कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के साथ लगातार विवाद जुड़ते गए। कभी राहुल की ‘बर्बरी टी-शर्ट’ तो कभी विनायक दामोदर सावरकर पर उनकी टिप्पणी की चर्चा हुई। साथ ही कई बार कांग्रेस और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को समय-समय पर सुर्खियों में बनाए रखा। यात्रा पिछले साल 7 सितंबर को कन्याकुमारी से आरंभ हुई थी और उसी समय ही विवादों की शुरुआत हुई। भाजपा ने राहुल गांधी की ‘बर्बरी’ ब्रांड की टी-शर्ट को लेकर सवाल उठाए जिसके जवाब में मुख्य विपक्षी पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ’10 लाख के सूट’ का विषय उठाकर पलटवार किया। यात्रा के संदर्भ में कांग्रेस और भाजपा के बीच वाकयुद्ध की यह शुरुआत थी। इसके बाद दोनों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला चल पड़ा।
केरल में एक विवादित ईसाई धर्मगुरू से राहुल गांधी की मुलाकात के वीडियो को लेकर भाजपा ने विपक्षी दल पर प्रहार किया। इसके बाद कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से खाकी हॉफ पैंट में आग लगाने से जुड़ी तस्वीर साझा करके तंज कसा गया। कांग्रेस को उस समय असहज स्थिति का सामना करना पड़ा जब कोच्चि के निकट यात्रा के प्रचार से जुड़े पोस्टर पर सावरकर की तस्वीर लगी थी। एरनाकुलम जिला कांग्रेस कमेटी ने राहुल गांधी और ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के स्वागत के लिए व्यापक तैयारी की थी। इसी दौरान एक पोस्टर पर सावरकर की तस्वीर देखी गई। बाद में इसके लिए कांग्रेस के एक कार्यकर्ता को निलंबित कर दिया गया।